Friday, 10 August 2018

“कजरी के गुलदस्ते में कुछ और पुष्प”


“कजरी के गुलदस्ते में कुछ और पुष्प”

                                   
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“ननद भाभी”

कैसे खेलन जैबू सावन मा कजरिया
बदरिया घिरी आयी नन्दी....२
हम तो खेलन जाईब सावन में कजरिया
बदरिया का बिगाड़ी भौजी...२

तू त जात हौ अकेली कौनो संग ना सहेली
छैला रोक लीहें तोरी डगरिया
बदरिया घिरी आयी नन्दी...२

भौजी बोल ना ऐसन बोली जियरा लागे जैसे गोली
कैसे रोक लीहे छैला डगरिया
बदरिया घिरी आयी नन्दी....२

कैसे खेलन जैबू सावन मा कजरिया
बदरिया....२

कितने फाँसी चढ़ के मरी गय
कितने ज़हर खा के मरी गय
कितने पीसत बाँटे जेल में चकरिया
बदरिया घिरी आयी नन्दी....२

कैसे खेलन जैबू सावन मा कजरिया
बदरिया...२
हम तो खेलन जाईब सावन मा कजरिया
बदरिया का बिगाड़ी भौजी

कैसे खेलन जैबू सावन मा कजरिया
बदरिया....२
हम तो खेलन...२

                                 
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“मनिहारी”

अरे रामा कृष्ण बने मनिहारी
ओढ़ लिनी सारी ऐ हरी...२

राधा से मिलन के बहाना खोज लिहले कृष्ण कन्हैया
पावँ में बाजत पैजनिया माथे पे साजे टिकूलिया...२
अरे रामा सूरत लगे बड़ी प्यारी
ओढ़ लिनी सारी ऐ हरी..२

अरे रामा कृष्ण बने....२

मथवा पे रंग बिरंगी चूड़ियाँ की भरल डलिया
फेर लगावत घूम गोकुल के गलियाँ गलियाँ...२
अरे रामा नैना लगेला कटारी
ओढ़ लिनी सारी ऐ हरी...२

अरे रामा कृष्ण बने....२

कान्हा के टेर सुन के बाहर आयी राधा
चूड़ीहारी कृष्ण जी के घर लायीं राधा
अरे रामा चूड़ियाँ दिखाये मनोहारी
ओढ़ लिनी सारी ऐ हरी...२

अरे रामा कृष्ण बने...२

चूड़ी पहिनावे कन्हैया राधा के दबावे कलाईयाँ
जानि गैली राधा ये तो है हमरे कृष्ण कन्हैया...२
अरे रामा मिलन लगे सुखकारी
ओढ़ लिनी सारी ऐ हरी...२

अरे रामा कृष्ण बने मनिहारी
ओढ़ लिनी सारी ऐ हरी....२
         
                               
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“रिमझिम”

अरे रामा रिमझिम से बरसे ला पनिया
चली तो आओ जनिया ऐ हरी....२

सर के बाल हैं काले रामा मोतियन माँग सँवारे रामा...२
अरे रामा चोटियाँ में लगे झुनझुनीया
चली तो आओ जनिया ऐ हरी...२

अरे रामा रिमझिम से बरसे पनिया
चली तो....२

होंठो पे पान के लाली रामा दातों में मिसरी की डलिया रामा...२
अरे रामा नैना बनी है कमनियाँ
चली तो आओ जनिया ऐ हरी...२

अरे रामा रिमझिम से बरसे ला पनिया
चली तो....२

पहनूँ बनारस की साड़ी रामा लागी गोटा किनारी रामा...२
अरे रामा चलिया कटी है मुल्तनिया
चली तो आओ जनिया ऐ हरी...२

अरे रामा रिमझिम से बरसे ला पनिया
चली तो...२

कड़ा छड़ा पाज़ेब नौलखा
अरे रामा कमर में सोहे करधनिया
चली तो आओ जनिया ऐ हरी...२

अरे रामा रिमझिम से बरसे ला पनिया
चली तो आओ जनिया ऐ हरी...२

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